आमिर खान कट्टी-बट्टी देखने के बाद रोने लगे थे। मैं भी बहुत रोया लेकिन फिर भी थियेटर के मैनेजर ने पैसे वापस नहीं किए। जिंदगी में आने वाले कुछ लोग मच्छरों की तरह होते हैं। गुनगुनाते हुए आते हैं और डेंगू देकर चले जाते हैं। जब भी मैंने दिन में चादर तान कर सोने की ख्वाहिश की है, घरवालों ने मार्केटिंग और गेहूं पिसवाने की साजिश की है। "मैं पेपर में सबकुछ लिख कर आई थी मगर फिर भी फेल हो गई’ कारण : हर सवाल का जवाब सिर्फ 140 शब्दों में लिख के आ गई थी ना। कुछ दिनों से फेसबुक पर Criminal Case की इतनी ज्यादा रिक्वेस्ट आ रही हैं कि मुझे खुद पर ही शक हो रहा है, कहीं मैं एसीपी प्रद्युम्न तो नहीं! स्साला जितनी कुछ देशों की अकेले आबादी नहीं है, उससे कहीं ज्यादा तो हमारे यहां चपरासी पद के आवेदन आ जाते हैं। जरूरत से ज्यादा सुंदर लड़की अगर GF बन जाए तो BOYS का 18 किलो वजन प्रति सप्ताह तो इस चिंता में घट जाता है कि कोई दूजा उसे उड़ा ना ले जाए। जितनी देर में आप "संत श्री गुरमीत राम रहीम सिंह जी इंसान’ का नाम लेते हैं, उतनी देर में तो सेट मैक्स तीन बार सूर्यवंशम दिखा चुका होता है!
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