भेड़िया हो जाएगा... इश्क मत करना किसी से बावला हो जाएगा तू जवानी के दिनों में पिलपिला हो जाएगा यह तो पानी का असर है, तेरी गलती कुछ नहीं बम्बई में जो रहेगा बेवफा हो जाएगा दुम हिलाता फिर रहा है चंद वोटों के लिए इसको जब कुर्सी मिलेगी भेड़िया हो जाएगा लीडरों के इस नगर में है तेरी औकात क्या अच्छा खासा आदमी भी सिरफिरा हो जाएगा है बहुत रिस्की ये व्हिस्की, रोज पीना छोड़ दे चार हफ्तों में नहीं तो पीलिया हो जाएगा पैंट का कपड़ा न लेना बॉम्बे वीटी से कभी धीरे-धीरे ये सिकुड़कर जांघिया हो जाएगा मशहूर कवि हुल्लड़ मुरादाबादी की कविता ‘भेड़िया हो जाएगा’ का अंश
Tuesday, 22 September 2015
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