टूथपेस्ट के एड देखने के बाद ऐसा लगता है कि थोड़े समय बाद बघार से दांत साफ करना पड़ेंगे। ललित कर्मा एक आदमी ने मुझसे पूछा, ‘भाई साहब जूते कंहा मिलेंगे?’ मैंने कहा, ‘हर जगह मिल सकते हैं। बस अपने में गुण होने चाहिए।’ अशोक गगोरनी वैज्ञानिक पागल हो चुके हैं पर अभी तक वो ये पता नहीं लगा पाए की जूता उल्टा हो जाने से घर में झगड़ा कैसे हो जाता है। लड़कियां क्या हमारी बराबरी करेंगी। जितनी वो इंग्लिश बोलती हैं, उतनी तो हम इंग्लिश पी जाते हैं।
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