Saturday, 29 August 2015

जब रजनीकांत और जॉनी लीवर का हुआ आमना-सामना

एक दिन रजनीकांत और जॉनी लीवर आपस में मिले,
रजनीकांत– मेरे गाँव में बिजली नहीं थी ,
तो मैं अगरबत्ती जलाकर उसके प्रकाश में पढता था ,
जॉनी लीवर- मेरे गांव में ना बिजली थी ,
और ना अगरबत्ती,
रजनीकांत– फिर ?
जॉनी लीवर– मेरा दोस्त था जिसका नाम प्रकाश था मैं उसके साथ पढता था, एक बार बरसात में प्रकाश भी भीग गया ,
रजनीकांत– फिर ?
जॉनी लीवर– फिर क्या बॉस ,
मेरी एक ज्योति नाम की एक दोस्त भी थी...

Unknown

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