एक बार एक फौजी अफसर की शादी हुई तो उसने अपने बटालियन के सभी जवानों को शादी की दावत पर बुलाया। खाना टेबल पर लगाकर सब जवानों को फौजी अँदाज मे कहा, "मेरे शेरो इस खाने को दुशमन समझकर इसके उपर टूट पड़ो।" थोड़ी देर में फौजी अफसर क्या देखता है कि एक जाट एक हाथ से लड्डू - जलेबी खा रहा है और एक हाथ से लड्डू - जलेबी जेब मे ठूस रहा है। अफसर: जवान यह क्या हो रहा है? जाट: साहब जितने मारने थे उतने मार दिये बाकियों को बंदी बना रहा हूँ। |
Wednesday, 14 October 2015
फौजी की दावत!
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